एक हालिया अध्ययन इस लंबे समय से चली आ रही धारणा को चुनौती देता है कि मस्तिष्क सभी सिनैप्टिक ट्रांसमिशन के लिए एक ही स्थल का उपयोग करता है। पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि मस्तिष्क सीखने और याददाश्त के लिए आवश्यक विभिन्न प्रकार की प्लास्टिसिटी के लिए अलग-अलग ट्रांसमिशन स्थलों का उपयोग करता है। निष्कर्ष जून 2025 में साइंस एडवांसेज में प्रकाशित हुए थे।
एक माउस मॉडल पर किए गए शोध से पता चला कि सहज और प्रेरित ट्रांसमिशन अलग-अलग स्थलों से उत्पन्न होते हैं। सहज ट्रांसमिशन बेतरतीब ढंग से ट्रिगर किए गए संकेत हैं, जबकि प्रेरित ट्रांसमिशन संवेदी इनपुट द्वारा ट्रिगर किए जाते हैं। प्रत्येक स्थल का अपना विकासवादी समयरेखा और नियामक नियम होता है।
यह अलगाव मस्तिष्क को व्यवहार संबंधी प्रासंगिक मार्गों को परिष्कृत करते हुए लगातार पृष्ठभूमि गतिविधि बनाए रखने की अनुमति देता है। यह दोहरी प्रणाली स्थिरता और मस्तिष्क की अनुकूलन और सीखने की क्षमता दोनों का समर्थन करती है। इसे समझने से ऑटिज्म और अल्जाइमर जैसी स्थितियों को समझने में मदद मिल सकती है। अध्ययन से पता चलता है कि इन दो सिग्नलिंग मोड को अलग करके, मस्तिष्क स्थिर रह सकता है, जबकि अभी भी अनुकूलन और सीखने के लिए पर्याप्त लचीला है।