ईरान से अफ़ग़ान प्रवासियों की बड़े पैमाने पर वापसी, विशेष रूप से हाल के महीनों में, शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रभाव डाल रही है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, 2025 में अकेले जून के महीने में 256,000 से अधिक अफ़ग़ान ईरान से वापस भेजे गए । इस स्थिति ने पहले से ही संघर्षग्रस्त अफ़गानिस्तान में शिक्षा प्रणाली पर भारी दबाव डाला है।
ईरान में, अफ़ग़ान बच्चों को प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा तक पहुँचने की अनुमति है, चाहे उनके दस्तावेज़ कुछ भी हों । 2015 में, ईरान ने सभी अफ़ग़ान बच्चों को स्कूल जाने की अनुमति दी, भले ही उनके पास दस्तावेज़ न हों। हालाँकि, कई परिवार शिक्षा से जुड़े खर्चों को वहन करने में असमर्थ हैं, जिससे बच्चों को स्कूल छोड़ना पड़ता है।
वापसी की इस लहर के कारण, अफ़गानिस्तान में स्कूलों में छात्रों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे पहले से ही सीमित संसाधनों पर दबाव बढ़ गया है। कई बच्चों को स्कूल जाने के बजाय काम करने के लिए मजबूर किया जाता है, जिससे उनकी शिक्षा बाधित होती है। इस संकट के समाधान के लिए, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अफ़ग़ान बच्चों के लिए शिक्षा तक पहुँच सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उपाय करने की आवश्यकता है, जिसमें स्कूलों का निर्माण और शिक्षकों को प्रशिक्षण देना शामिल है।