भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) और कैलिफोर्निया प्रौद्योगिकी संस्थान (Caltech) के शोधकर्ताओं ने प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण पहलू का खुलासा किया है।
इन शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रकाश संश्लेषण के पहले चरण में, इलेक्ट्रॉन केवल एक शाखा, D1, के माध्यम से प्रवाहित होते हैं, जबकि दूसरी शाखा, D2, में यह प्रवाह नहीं होता।
इस अध्ययन से यह समझने में मदद मिलती है कि पौधे सूर्य के प्रकाश को ऊर्जा में कैसे परिवर्तित करते हैं, और यह कृत्रिम प्रकाश संश्लेषण प्रणालियों के विकास में सहायक हो सकता है।
यह खोज टिकाऊ ऊर्जा समाधानों के लिए नई संभावनाओं को खोलती है, जिससे सौर ऊर्जा उपकरणों की दक्षता में सुधार संभव है।
अधिक जानकारी के लिए, आप IISc की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।