जामा में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन में भूमध्यसागरीय आहार के पालन और मोटापे से संबंधित कैंसर के कम जोखिम के बीच एक महत्वपूर्ण संबंध का पता चला है। शोधकर्ताओं ने पूरे यूरोप में 450,000 से अधिक प्रतिभागियों के डेटा का विश्लेषण किया, जिसमें पाया गया कि आहार का सख्ती से पालन करने वालों में इन कैंसरों का जोखिम 6% कम था।
ग्रीस, इटली और स्पेन जैसे देशों के व्यंजनों से प्रेरित भूमध्यसागरीय आहार, फल, सब्जियां, साबुत अनाज और जैतून के तेल जैसे स्वस्थ वसा सहित संपूर्ण खाद्य पदार्थों पर जोर देता है।
मोटापे से संबंधित कैंसर में स्तन कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, एंडोमेट्रियल कैंसर, एसोफैगल कैंसर, अग्नाशयी कैंसर, किडनी कैंसर, लीवर कैंसर और डिम्बग्रंथि कैंसर शामिल हैं। मोटापा पुरानी सूजन, हार्मोनल व्यवधान और चयापचय संबंधी समस्याओं को बढ़ावा देता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
भूमध्यसागरीय आहार केंद्रीय मोटापे (पेट की चर्बी) को कम करने, बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) को कम करने और चयापचय और सूजन मार्करों में सुधार करने में मदद करता है।
अध्ययन कैंसर के जोखिम को कम करने में आहार संबंधी हस्तक्षेपों की क्षमता पर प्रकाश डालता है, भूमध्यसागरीय आहार को एक फायदेमंद जीवनशैली विकल्प के रूप में बढ़ावा देता है।