चीन के हांग्जो सशस्त्र पुलिस अस्पताल में किए गए एक हालिया अध्ययन में गंभीर मस्तिष्क की चोटों के बाद चेतना विकारों (DoC) के निदान में ट्रांसक्यूटेनियस ऑरिकुलर वेगस तंत्रिका उत्तेजना (taVNS) की क्षमता की जांच की गई। फरवरी 2022 से फरवरी 2024 तक चले इस शोध में 36 DoC रोगियों (17 न्यूनतम चेतना अवस्था (MCS), 19 अनुत्तरदायी जागृति सिंड्रोम (UWS)) और 26 स्वस्थ नियंत्रण शामिल थे। शोधकर्ताओं ने इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ECG) के माध्यम से हृदय गति परिवर्तनशीलता (HRV) की निगरानी करते हुए दस मिनट तक taVNS का प्रबंध किया।
अध्ययन में स्वस्थ व्यक्तियों और DoC रोगियों के साथ-साथ MCS और UWS रोगियों के बीच HRV मापदंडों में महत्वपूर्ण अंतर पाया गया। HRV सुविधाओं का उपयोग करते हुए सपोर्ट वेक्टर मशीन (SVM) मॉडलिंग ने 86% सटीकता के साथ स्वस्थ नियंत्रणों को DoC रोगियों के मुकाबले और 78% सटीकता के साथ MCS रोगियों को UWS रोगियों के मुकाबले सटीक रूप से वर्गीकृत किया। इसके अलावा, SVM मॉडल ने हस्तक्षेप के तीन महीने बाद 86% सटीकता के साथ रोगी परिणामों की भविष्यवाणी की और छह महीने में 71% सटीकता के साथ इन भविष्यवाणियों की पुष्टि की।
इन निष्कर्षों से पता चलता है कि taVNS, स्वायत्त प्रतिक्रियाओं को संशोधित करके, DoC के निदान और संभावित उपचार में एक मूल्यवान उपकरण के रूप में काम कर सकता है। अध्ययन इन जटिल तंत्रिका संबंधी स्थितियों को समझने और संबोधित करने में मस्तिष्क-हृदय गतिशीलता के महत्व पर प्रकाश डालता है।