एक बढ़ते राजनीतिक और आर्थिक टकराव में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलोन मस्क को निर्वासित करने की संभावना जताई है। यह मस्क द्वारा ट्रंप के प्रस्तावित वित्तीय पैकेज की आलोचना के बाद आया है।
विवाद सरकारी सब्सिडी और खर्च पर केंद्रित है। ट्रंप ने मस्क की कंपनियों को मिली सब्सिडी की जांच का संकेत दिया है। ट्रंप के सहयोगी स्टीव बैनन ने भी मस्क की आव्रजन स्थिति की जांच की मांग की है। यह कुछ ऐसा है जैसे भारत में सरकार किसी बड़ी कंपनी को मिलने वाली सब्सिडी पर सवाल उठाए।
मस्क ने जवाब में संकेत दिया है कि यदि वित्तीय पैकेज को मंजूरी दी जाती है तो वह एक नई राजनीतिक पार्टी, "अमेरिका पार्टी" बना सकते हैं। इस झगड़े ने पहले ही वित्तीय बाजार को प्रभावित किया है, जिससे टेस्ला के शेयर गिर गए हैं। यह स्थिति संयुक्त राज्य अमेरिका में राजनीति, व्यवसाय और सरकारी नीतियों के बीच जटिल अंतःक्रिया को उजागर करती है। यह भारत में सरकार और निजी क्षेत्र के बीच संबंधों की याद दिलाता है, जहाँ नीतिगत फैसले अक्सर व्यावसायिक हितों को प्रभावित करते हैं।