यूके और जर्मनी एक लंबी दूरी की सटीक मारक क्षमता वाले हथियार को विकसित करने के लिए सहयोग कर रहे हैं, जिसकी रेंज 2,000 किलोमीटर से अधिक होने की उम्मीद है। ट्रिनिटी हाउस समझौते के तहत घोषित यह पहल द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना का उद्देश्य नाटो की निवारण क्षमता को बढ़ाना और राष्ट्रीय सुरक्षा का समर्थन करना है।
यह हथियार प्रणाली सबसे उन्नत प्रणालियों में से एक बनने के लिए डिज़ाइन की गई है, जो यूके और यूरोपीय रक्षा उद्योगों दोनों को बढ़ावा देगी। इससे दोनों देशों में कुशल नौकरियां पैदा होने और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। यह घोषणा बर्लिन में पहली ट्रिनिटी हाउस रक्षा मंत्रिस्तरीय परिषद के बाद की गई।
प्रमुख चर्चाओं में P-8 पोसीडॉन विमानों के लिए स्टिंग रे टारपीडो की संयुक्त खरीद कार्यक्रम भी शामिल था। जर्मनी उन्नत ब्रिटिश सैन्य पुलों की भी खरीद करेगा, जिससे यूके में रोजगार सृजन को और समर्थन मिलेगा। यह सहयोग रक्षा में यूके और जर्मनी के बीच मजबूत होते संबंधों को उजागर करता है।
रक्षा सचिव जॉन हीली सांसद ने सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर ट्रिनिटी हाउस समझौते के सकारात्मक प्रभाव पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी विकास को गति दे रही है, रोजगार पैदा कर रही है और कौशल को बढ़ा रही है। रक्षा मंत्रियों की अगली बैठक यूरोपीय ग्रुप ऑफ फाइव (E5) रक्षा मंत्रियों की बैठक के हिस्से के रूप में रोम में आयोजित की जाएगी।