फ़्रांस और सऊदी अरब संयुक्त रूप से जून में एक सम्मेलन की सह-मेजबानी करेंगे जिसका उद्देश्य फ़िलिस्तीनी राष्ट्र की स्थापना करना और दो-राष्ट्र समाधान को लागू करना है। यह घोषणा सऊदी विदेश मंत्री फ़ैसल बिन फ़रहान और उनके फ़्रांसीसी समकक्ष, जीन-नोएल बैरोट के बीच हुई चर्चाओं के बाद आई है।
सम्मेलन का उद्देश्य चल रहे संघर्ष को संबोधित करना और एक शांतिपूर्ण समाधान को बढ़ावा देना है। प्रमुख प्रतिभागियों में विभिन्न राष्ट्रों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। मुख्य एजेंडा इज़राइल के साथ-साथ एक व्यवहार्य फ़िलिस्तीनी राष्ट्र बनाने की दिशा में कदमों की रूपरेखा पर ध्यान केंद्रित करेगा।
इस सम्मेलन का परिणाम वैश्विक मंच पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। एक सफल समझौता मध्य पूर्व में अधिक स्थिरता ला सकता है। यह बेहतर अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और सहयोग को भी बढ़ावा दे सकता है।
उद्घाटन भाषणों और बातचीत के लिए प्रस्तावित किसी भी ढांचे पर नज़र रखें। प्रमुख नेताओं के बयान चर्चा की दिशा में अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगे। समापन भाषण समझौतों और भविष्य के कदमों का सारांश देंगे।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने पहले संकेत दिया था कि फ्रांस आने वाले महीनों में फ़िलिस्तीन राज्य को मान्यता दे सकता है। यह मान्यता संभावित रूप से इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान हो सकती है। सम्मेलन का महत्व भू-राजनीतिक परिदृश्य को फिर से आकार देने और एक लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को संबोधित करने की क्षमता में निहित है।