मॉरीशस और आईएसए ने 2027 तक सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए साझेदारी ढांचे पर हस्ताक्षर किए

Edited by: gaya one

मॉरीशस और आईएसए ने 2027 तक सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए साझेदारी ढांचे पर हस्ताक्षर किए

मॉरीशस अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के साथ कंट्री पार्टनरशिप फ्रेमवर्क (सीपीएफ) पर हस्ताक्षर करने वाला पहला अफ्रीकी राष्ट्र बन गया है। यह हस्ताक्षर 10 अप्रैल को पोर्ट लुइस में हुआ, जो मॉरीशस के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

साझेदारी का विवरण

सीपीएफ का उद्देश्य सौर ऊर्जा पहलों पर सहयोग के लिए एक संरचित दृष्टिकोण प्रदान करना है। यह मॉरीशस की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ संरेखित है और सहयोगी सौर ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन को गति देने का प्रयास करता है।

यह ढांचा तीन साल के लिए निर्धारित है और आपसी सहमति से इसे नवीनीकृत किया जा सकता है। अगला कदम मॉरीशस की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप एक कंट्री पार्टनरशिप रणनीति (सीपीएस) विकसित करना है, जो फ्लोटिंग सोलर, सोलर रूफटॉप और सोलर वाटर पंपिंग सिस्टम जैसी सौर प्रौद्योगिकियों को बढ़ाने पर केंद्रित है।

वैश्विक प्रभाव और देखने योग्य बातें

यह साझेदारी सौर प्रौद्योगिकियों को बढ़ाने और नवीकरणीय ऊर्जा अवसंरचना के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसमें सौर रोडमैप की समीक्षा और विकास और सहायक नियामक ढांचे का निर्माण भी शामिल होगा।

मॉरीशस के ऊर्जा मंत्रालय के स्थायी सचिव ज़ीनत गुनेस-गूलबार ने सरकार के लिए ऊर्जा, विशेष रूप से सौर विकास के महत्व पर प्रकाश डाला। उम्मीद है कि यह सहयोग मॉरीशस की सौर परियोजनाओं को लागू करने और निजी निवेश को आकर्षित करने की क्षमता को बढ़ाएगा।

आईएसए के साथ मॉरीशस के सहयोग के तहत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि जवाहरलाल नेहरू अस्पताल का सौरकरण है, जो जून 2024 में पूरा हुआ। यह पहल स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं को नवीकरणीय ऊर्जा प्रदान करती है और साझेदारी के व्यावहारिक लाभों को प्रदर्शित करती है।

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