चीन शुक्रवार को बीजिंग में रूस और ईरान के साथ ईरानी परमाणु मुद्दे पर चर्चा करने के लिए वार्ता की मेजबानी करेगा। बैठक में रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव और ईरान के उप विदेश मंत्री काज़ेम ग़रीबाबादी शामिल होंगे, और इसकी अध्यक्षता चीनी उप विदेश मंत्री मा चाओक्सू करेंगे।
यह चर्चा ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को लेकर बढ़ते तनाव के बीच हो रही है, जिसमें यूरेनियम का भंडार हथियारों के स्तर की शुद्धता के करीब पहुंचने की खबरें हैं। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने ईरान के यूरेनियम संवर्धन में नाटकीय तेजी देखी है, जो 60% शुद्धता के करीब पहुंच रही है, जो 2015 के JCPOA समझौते द्वारा निर्धारित 3.67% की सीमा से कहीं अधिक है।
चीन लंबे समय से परमाणु अधिकारों पर तेहरान के रुख का समर्थन करता रहा है और परमाणु वार्ता को फिर से शुरू करने का समर्थन करता है। यह बैठक सभी पक्षों को स्थिति से निपटने के तरीकों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करती है, खासकर 2018 में अमेरिका के जेसीपीओए से हटने के बाद, जिसके कारण ईरान ने समझौते के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं को कम कर दिया।
यह बैठक ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक बंद कमरे में होने वाले सत्र के साथ हो रही है। पर्यवेक्षकों को डी-एस्केलेशन रणनीतियों और परमाणु वार्ता के प्रति नए सिरे से प्रतिबद्धता पर संभावित समझौतों पर नज़र रखनी चाहिए।