3 जुलाई, 2025 को, अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने "वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट" को मंजूरी दे दी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा समर्थित, यह विधेयक 215-214-1 के वोट से पारित हुआ।
यह अधिनियम ट्रम्प के पहले कार्यकाल से कर कटौती को बढ़ाता है और सैन्य और सीमा सुरक्षा के लिए धन में वृद्धि करता है। यह मेडिकेड और खाद्य सहायता कार्यक्रमों में कटौती का भी प्रस्ताव करता है।
कांग्रेसनल बजट ऑफिस (सीबीओ) का अनुमान है कि यह विधेयक दस वर्षों में राष्ट्रीय ऋण में $2.8 ट्रिलियन जोड़ देगा। इससे 10.9 मिलियन अमेरिकियों को स्वास्थ्य बीमा खोना पड़ सकता है।
सीनेटर लिसा मुर्कोव्स्की (आर-अलास्का) ने विधेयक की सामग्री और विधायी प्रक्रिया की आलोचना की। उन्होंने इसके प्रावधानों को बेहतर बनाने के लिए अधिक द्विदलीय सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के महत्वपूर्ण निर्णय विभिन्न दृष्टिकोणों को ध्यान में रखते हुए किए जाने चाहिए, जो भारतीय संदर्भ में सर्वसम्मति और समावेशिता के महत्व को दर्शाता है।
राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा 4 जुलाई, 2025 को विधेयक पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद है। यह प्रशासन के राष्ट्र के जन्मदिन से पहले विधेयक को अधिनियमित करने के लक्ष्य को पूरा करता है।
डेमोक्रेटिक नेताओं ने 2026 के मध्यावधि चुनावों में विधेयक के परिणामों को उजागर करने की योजना बनाई है। वे कमजोर आबादी और राष्ट्रीय घाटे पर इसके प्रभाव पर ध्यान केंद्रित करेंगे। वे इस बात पर जोर देंगे कि कैसे यह विधेयक समाज के वंचित वर्गों को प्रभावित करता है, जो भारत में सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाता है।
विधेयक के प्रावधान आने वाले महीनों में प्रभावी होंगे। कानून का पूरा प्रभाव अगले कई वर्षों में सामने आएगा।