ट्रंप प्रशासन ने 13 मई, 2025 को सीरिया पर से अमेरिकी प्रतिबंध हटा दिए, इस फैसले से इजरायली अधिकारियों में चिंता है, खासकर क्षेत्र में तुर्की के बढ़ते प्रभाव को लेकर। राष्ट्रपति ट्रंप की रियाद यात्रा के दौरान घोषित इस कदम से सीरिया के प्रति अमेरिकी नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पहले ट्रंप से प्रतिबंध नहीं हटाने का आग्रह किया था, उन्हें डर था कि अमेरिकी दबाव कम होने से सीरिया में ईरानी और तुर्की दोनों के प्रभाव को बढ़ावा मिल सकता है। रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि तुर्की के अधिकारी सीरियाई सैनिकों को प्रशिक्षित करने और सैन्य अड्डे स्थापित करने के लिए सीरिया के साथ बातचीत कर रहे हैं, जिससे तुर्की की उपस्थिति और मजबूत हो रही है।
सऊदी अरब और तुर्की ने इस फैसले का स्वागत किया है, जो सीरियाई सरकार के साथ संबंधों के संभावित सामान्यीकरण का संकेत देता है। हालांकि, इजराइल को डर है कि बिना किसी पूर्व परामर्श के लिए गया यह एकतरफा फैसला अमेरिका-इजराइल संबंधों में नए तनाव ला सकता है और क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को बदल सकता है।