चीन जुलाई में नई नवीकरणीय ऊर्जा मूल्य निर्धारण नीतियां लागू कर रहा है। इससे देश की पेरिस समझौते की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की क्षमता को लेकर अनिश्चितता पैदा हो गई है। नई नीति कोयला-ऊर्जा दरों से जुड़े मौजूदा मूल्य गारंटी को हटा देती है।
नए पवन और सौर परियोजनाओं को अब सीधे बिजली खरीदारों के साथ अनुबंधों पर बातचीत करनी होगी। इससे नई नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए कीमतें कम होने की संभावना है। केंद्रीय सरकार के लक्ष्यों के अनुरूप परियोजनाओं के लिए अनुकूल मूल्य निर्धारण अभी भी उपलब्ध होगा।
प्रगति के बावजूद, चीन अभी भी ग्रीनहाउस गैसों का दुनिया का सबसे बड़ा उत्सर्जक है। राष्ट्रीय ऊर्जा प्रशासन ने वार्षिक स्वच्छ ऊर्जा परिवर्धन का लक्ष्य "200 GW से अधिक" निर्धारित किया है। यह 2024 में जोड़े गए 360 GW से काफी कम है।
नवीकरणीय ऊर्जा विस्तार के बारे में अनिश्चितता चीन की जलवायु साख को प्रभावित करती है। 2025 की सरकारी कार्य योजना में कार्बन तीव्रता लक्ष्य को छोड़ दिया गया। यह उत्सर्जन में कमी पर कम नीतिगत जोर का संकेत देता है।