सेरासा, ब्रुनेई में, जेट्स एसdn Bhd ने दक्षिण पूर्व एशिया की पहली नेट-ज़ीरो, सौर-ऊर्जा संचालित एक्वाकल्चर सुविधा शुरू की है। यह अभिनव सुविधा नीली झींगे की खेती के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग करती है।
यह सुविधा जैविक, हलाल और टिकाऊ उत्पादों का उत्पादन करने के लिए एक्वाकल्चर, हरित ऊर्जा और AI को एकीकृत करती है। इसमें 10,000 वर्ग मीटर का तालाब है जो सौर पैनलों और AI-संचालित प्रणालियों से लैस है।
इस परियोजना को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का समर्थन प्राप्त है और यह ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने की ब्रुनेई की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। उम्मीद है कि सुविधा इस वर्ष के अंत तक निर्यात के लिए अपनी पहली वाणिज्यिक फसल देगी। यह भारत के 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' जैसे प्रयासों के साथ तालमेल बिठाता है, जिससे देश में टिकाऊ और नवीन कृषि तकनीकों को बढ़ावा मिल सके। इस तरह की पहल भारत के तटीय क्षेत्रों में जलीय कृषि को बढ़ावा देने और किसानों की आय बढ़ाने में मददगार साबित हो सकती है।