सेविले, 2 जुलाई, 2025 - विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने विकास के लिए वित्तपोषण पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में "3 से 35" पहल शुरू की। इस पहल में देशों से तंबाकू, शराब और शर्करा युक्त पेय पदार्थों पर 2035 तक कम से कम 50% कर बढ़ाने का आह्वान किया गया है।
इसका लक्ष्य इन उत्पादों की खपत को कम करना है, जो मधुमेह और कुछ कैंसर जैसी बीमारियों में योगदान करते हैं, और स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न करना है। गैर-संचारी रोग (एनसीडी) वैश्विक मौतों के 75% से अधिक के लिए जिम्मेदार हैं। भारत में, एनसीडी एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती है, जो हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियों से लाखों लोगों को प्रभावित करती है।
"3 से 35" पहल का उद्देश्य 2035 तक 1 ट्रिलियन डॉलर का राजस्व उत्पन्न करना भी है। इससे राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने में मदद मिल सकती है, खासकर कम और मध्यम आय वाले देशों में। इस पहल को ब्लूमबर्ग फिलैंथ्रोपीज, विश्व बैंक और आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) का समर्थन प्राप्त है। भारत सरकार भी एनसीडी से निपटने के लिए कई कार्यक्रम चला रही है, जैसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम।