2 जुलाई, 2025 को, भारतीय रुपये में मामूली गिरावट आई, और यह लगभग 85.6850 प्रति अमेरिकी डॉलर पर कारोबार कर रहा था। यह बदलाव क्षेत्रीय मुद्राओं के रुझानों के अनुरूप है।
अमेरिका और भारत 9 जुलाई की समय सीमा से पहले व्यापार वार्ता में लगे हुए हैं, जब भारतीय सामानों पर 26% का पारस्परिक टैरिफ़ लागू होने वाला है। हालिया रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि इन वार्ताओं में चुनौतियाँ आई हैं, विशेष रूप से ऑटो घटकों, स्टील और कृषि उत्पादों पर टैरिफ़ के संबंध में।
भारतीय अधिकारी प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए छूट या कटौती की मांग कर रहे हैं। इन वार्ताओं का परिणाम अमेरिका और भारत के बीच भविष्य के आर्थिक संबंधों को आकार देने में महत्वपूर्ण होगा। भारत सरकार इस मामले में पूरी तरह से सजग है और देश के हित को सर्वोपरि रखेगी।