17-18 जुलाई 2025 को डरबन, दक्षिण अफ्रीका में जी20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक आयोजित हुई। कनाडाई वित्त मंत्री फ्रांस्वा-फिलिप शैम्पेन ने वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता को स्थायी स्थिति बनने से रोकने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने वैश्विक व्यापार प्रतिबंधों और शुल्कों के प्रभाव पर चर्चा की, विशेषकर अमेरिकी प्रशासन की नीतियों के संदर्भ में।
बैठक में अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट की अनुपस्थिति देखी गई, जिससे संयुक्त राज्य अमेरिका की जी20 के प्रति प्रतिबद्धता पर सवाल उठे। दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता में, जी20 का लक्ष्य 'एकजुटता, समानता और स्थिरता' के आदर्श वाक्य के साथ वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना है।
बैठक में बढ़ते व्यापार तनाव और भू-राजनीतिक चुनौतियों के बीच अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग की जटिलताओं को रेखांकित किया गया। जी20 देशों के लिए ऋण संकट को दूर करने और बहुपक्षीय समन्वय को मजबूत करने की तत्काल आवश्यकता पर चर्चा की गई।
बैठक में वैश्विक आर्थिक अस्थिरता को दूर करने और विकास को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया। जी20 देशों को बहुपक्षीय सहयोग को मजबूत करने, ऋण संकट को दूर करने और विकास को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
बैठक में भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी विभिन्न मंचों पर भारत की आर्थिक गतिशीलता को प्रदर्शित करने के लिए बहुपक्षीय वार्ताओं में भाग लिया। जी20 को वैश्विक आर्थिक स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए, खासकर विकासशील देशों के लिए।