6 जुलाई, 2025 को, चीन ने M503 उड़ान मार्ग के W121 विस्तार को खोलने की घोषणा की, जो ताइवान के करीब से गुजरता है। इस कदम से चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ गया है। ताइवान इस विस्तार को एक भड़काऊ कार्रवाई के रूप में देखता है।
यह घोषणा ताइवान के वार्षिक हान कुआंग सैन्य अभ्यास के साथ मेल खाती है, जो 9 जुलाई, 2025 को शुरू होने वाला है। ये अभ्यास संभावित चीनी सैन्य घुसपैठों की प्रतिक्रियाओं का अनुकरण करेंगे और इसमें 22,000 से अधिक आरक्षित सैनिक शामिल होंगे। अभ्यासों में नए अमेरिकी निर्मित HIMARS और स्वदेशी रूप से विकसित स्काई स्वॉर्ड सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें शामिल होंगी। जिस तरह भारत अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए सैन्य अभ्यास करता है, उसी तरह ताइवान भी कर रहा है।
एम503 मार्ग का विस्तार और आगामी अभ्यास ताइवान जलडमरूमध्य में बढ़ते सैन्य तनाव को उजागर करते हैं। क्षेत्रीय स्थिरता के लिए इसके निहितार्थों के कारण अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इन घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रख रहा है। यह स्थिति दक्षिण एशिया में भी चिंता का विषय है, क्योंकि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता सभी के लिए महत्वपूर्ण है।