चीन और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के बीच उन्नत मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत पूरी हो गई है, जो डिजिटल और हरित अर्थव्यवस्थाओं जैसे क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखता है । भारत के लिए, इस विकास का आकलन लैंगिक समानता के दृष्टिकोण से करना महत्वपूर्ण है। यह समझौता महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को कैसे प्रभावित करेगा, इस पर ध्यान देना आवश्यक है। आसियान क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को देखते हुए, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि व्यापार समझौते से महिलाओं को समान अवसर मिलें और उनकी भागीदारी बढ़े। 2022-23 में भारत के वैश्विक व्यापार का 11.3% आसियान का था । लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए, भारत को आसियान के साथ अपने व्यापार संबंधों में महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसायों और उद्योगों को समर्थन देने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उदाहरण के लिए, भारत सरकार आसियान देशों में महिला उद्यमियों के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित कर सकती है। इसके अतिरिक्त, भारत को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि व्यापार नीतियों में लैंगिक समानता के सिद्धांतों को शामिल किया जाए, ताकि महिलाओं को व्यापार के अवसरों का समान रूप से लाभ मिल सके। भारत-आसियान वस्तु व्यापार समझौते (AITIGA) को 2025 तक पूरा करने की उम्मीद है । भारत को आसियान देशों के साथ उन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना चाहिए जो महिलाओं के लिए रोजगार और आर्थिक विकास के अवसर पैदा करते हैं, जैसे कि वस्त्र, हस्तशिल्प, और खाद्य प्रसंस्करण। इन क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने से न केवल लैंगिक समानता को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि भारत और आसियान दोनों के लिए आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। 2018 में द्विपक्षीय व्यापार 588 बिलियन डॉलर था । निष्कर्ष में, चीन-आसियान एफटीए भारत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करता है कि वह अपने व्यापार संबंधों में लैंगिक समानता को बढ़ावा दे। भारत को इस अवसर का उपयोग महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और यह सुनिश्चित करने के लिए करना चाहिए कि व्यापार नीतियां सभी के लिए समान अवसर प्रदान करें।
चीन-आसियान मुक्त व्यापार समझौते में लैंगिक समानता: भारत के लिए अवसर
द्वारा संपादित: Татьяна Гуринович
स्रोतों
Reuters
The Economic Times
The Business Times
Channel News Asia
Reuters
इस विषय पर और अधिक समाचार पढ़ें:
क्या आपने कोई गलती या अशुद्धि पाई?
हम जल्द ही आपकी टिप्पणियों पर विचार करेंगे।