जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मेर्ज़ ने नाटो के भविष्य के बारे में बढ़ती आशावाद व्यक्त की। यह पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के तहत अमेरिकी प्रशासन के रुख के कारण इसकी व्यवहार्यता पर सवाल उठाने के बाद आया है।
मेर्ज़ ने यूरोपीय नाटो भागीदारों के योगदान की बढ़ती स्वीकृति को अपने बदले हुए दृष्टिकोण का कारण बताया। उन्हें जून में आगामी नाटो शिखर सम्मेलन में अमेरिका के साथ एक सफल संयुक्त रणनीति की उम्मीद है।
हालांकि, मेर्ज़ ने कहा कि यूक्रेन की नाटो सदस्यता निकट भविष्य में असंभावित है। उनका मानना है कि यह केवल यूक्रेन के यूरोपीय संघ में शामिल होने के बाद ही होगा, एक प्रक्रिया जिसमें कई साल लगने की उम्मीद है।