वियतनाम ने विवादित दक्षिण चीन सागर के जल क्षेत्र में चीन और फिलीपींस की गतिविधियों के संबंध में दोनों देशों के साथ राजनयिक विरोध दर्ज कराया है [3, 11, 12]। मई 2025 की शुरुआत में जारी किए गए विरोधों में दोनों देशों से वियतनाम के क्षेत्रीय दावों का सम्मान करने का आग्रह किया गया है [3, 11]।
यह बयान सैंडी के में चीन और फिलीपींस की गतिविधियों को संबोधित करता है, जिसे वियतनाम अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है [3, 4]। वियतनाम के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता फाम थू हैंग ने शनिवार, 3 मई, 2025 को यह बयान जारी किया [3, 11, 12, 14]。
वियतनाम का अनुरोध है कि संबंधित पक्ष वियतनाम की संप्रभुता का सम्मान करें, अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन करें और पूर्वी सागर (दक्षिण चीन सागर के लिए वियतनाम का नाम) में शांति और स्थिरता बनाए रखने में योगदान करें [3, 11, 15]। देश ने सैंडी के और ट्रूओंग सा (स्प्रैटली) द्वीपसमूह की संबंधित संस्थाओं पर वियतनाम की संप्रभुता का उल्लंघन करने वाली गतिविधियों का विरोध करते हुए राजनयिक नोट भेजे हैं [3, 11, 14]。
हाल की रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि इस क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है, चीन और फिलीपींस दोनों अपने दावे जता रहे हैं [4, 6, 10]। चीन के तट रक्षक को समुद्री नियंत्रण संचालन के हिस्से के रूप में सैंडी के पर उतरने की सूचना मिली थी [3]। फिलीपींस ने भी रेत के टीलों पर एक टीम भेजी [3]。
इन कार्रवाइयों ने वियतनाम और अन्य देशों से चिंता और संयम बरतने के आह्वान को प्रेरित किया है [6, 9, 15]। स्थिति क्षेत्र में एक संवेदनशील मुद्दा बनी हुई है, जिससे आगे बढ़ने से बचने के लिए सावधानीपूर्वक राजनयिक प्रयासों की आवश्यकता है [8, 16, 18]。
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