मानवाधिकार समूहों की निंदा के बीच ट्यूनीशिया में विपक्षी हस्तियों का सामूहिक मुकदमा शुरू

ट्यूनीशिया में मंगलवार को लगभग 40 विपक्षी हस्तियों से जुड़े एक सामूहिक मुकदमे की शुरुआत हुई, जिस पर मानवाधिकार संगठनों ने आलोचना की है। प्रतिवादियों में राजनेता, पूर्व राजनयिक, वकील और मीडिया व्यक्तित्व शामिल हैं, जिन पर "राज्य सुरक्षा के खिलाफ साजिश रचने" से लेकर "आतंकवादी समूह से संबंधित होने" तक के आरोप लगे हैं। आरोपियों के परिवार प्रथम दृष्टया न्यायालय में एकत्रित हुए और उन आरोपों का विरोध किया जिन्हें वे राजनीतिक रूप से प्रेरित मानते हैं। ह्यूमन राइट्स वॉच ने सामूहिक मुकदमे को "मजाक" करार दिया है और मनमाने ढंग से हिरासत में लिए गए लोगों को तत्काल रिहा करने का आग्रह किया है। एमनेस्टी इंटरनेशनल और संयुक्त राष्ट्र ने भी राजनीतिक विरोधियों और कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न पर चिंता व्यक्त की है। वर्तमान में जिन लोगों पर मुकदमा चल रहा है उनमें राष्ट्रपति कैस सईद के प्रमुख आलोचक शामिल हैं, जैसे जौहर बेन मुबारक, अब्देलहामिद जेलासी, खय्याम तुर्की, इस्साम चेबी, गाजी चाउची और रिधा बेलहाज। पूर्व राष्ट्रपति चीफ ऑफ स्टाफ नादिया अकाचा और खुफिया विभाग के पूर्व प्रमुख कामेल गुइजानी भी इसमें शामिल हैं, हालांकि वे विदेश में रहते हैं। एन्नाहदा पार्टी के नेता राचेद गन्नौची 2023 से जेल में हैं, जबकि फ्री कॉन्स्टिट्यूशनल पार्टी के नेता अबीर मौसी भी 2023 से जेल में हैं।

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