जर्मनी में ifo संस्थान के एक नए विश्लेषण से पता चला है कि आप्रवासन और अपराध दर के बीच कोई संबंध नहीं है। 2018 से 2023 तक के जर्मन अपराध आंकड़ों की जांच करने वाले अध्ययन में पाया गया कि उच्च आप्रवासी आबादी वाले क्षेत्रों में जरूरी नहीं कि अपराध दर अधिक हो। शोधकर्ताओं ने नोट किया कि आप्रवासी उच्च जनसंख्या घनत्व वाले शहरी क्षेत्रों में बसने की प्रवृत्ति रखते हैं, जिससे स्वाभाविक रूप से राष्ट्रीयता की परवाह किए बिना अपराध दर में वृद्धि होती है। अध्ययन में यह भी प्रकाश डाला गया कि आप्रवासी अक्सर कम उम्र के होते हैं और अधिक बार पुरुष होते हैं, ऐसे कारक जो अपराध के आंकड़ों में उनके अति-प्रतिनिधित्व में योगदान करते हैं। निष्कर्ष कुछ राजनेताओं द्वारा किए गए दावों का खंडन करते हैं जिन्होंने आप्रवासन को अपराध दर में वृद्धि से गलत तरीके से जोड़ा है। ifo संस्थान का शोध शैक्षणिक सहमति के अनुरूप है, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि आप्रवासन और अपराध के बीच कोई व्यवस्थित संबंध नहीं है।
जर्मन अध्ययन ने आप्रवासन और अपराध दर के बीच संबंध को नकारा
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