अमेज़ॅन के कुइपर उपग्रह: भारत में नवीनतम तकनीकी नवाचार

द्वारा संपादित: Tetiana Martynovska 17

स्पेसएक्स द्वारा अमेज़ॅन के कुइपर उपग्रहों का प्रक्षेपण एक महत्वपूर्ण तकनीकी उपलब्धि है, जो भारत के लिए कई नवाचारों के द्वार खोलती है। 16 जुलाई, 2025 को, स्पेसएक्स ने अपने फाल्कन 9 रॉकेट के माध्यम से 24 कुइपर उपग्रहों को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया। यह प्रक्षेपण अमेज़ॅन के प्रोजेक्ट कुइपर का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा प्रदान करना है। भारत के संदर्भ में, यह तकनीक दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। स्टारलिंक, जिसकी कक्षा में लगभग 8,000 उपग्रह हैं, के विपरीत, कुइपर का लक्ष्य 3,200 से अधिक उपग्रहों को तैनात करना है, जिससे प्रतिस्पर्धा और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। भारत में, स्टारलिंक और अमेज़ॅन कुइपर दोनों ही अपनी सेवाएं शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। स्टारलिंक को पहले ही जीएमपीसीएस लाइसेंस मिल चुका है और वह इन-स्पेस (IN-SPACe) से मंजूरी का इंतजार कर रहा है, जबकि कुइपर अभी अनुमोदन प्राप्त करने की प्रक्रिया में है। कुइपर चेन्नई और मुंबई में 10 ग्राउंड गेटवे और दो पॉइंट्स ऑफ़ प्रेजेंस स्थापित करने की योजना बना रहा है। यह बुनियादी ढांचा भारत में उपग्रह-आधारित इंटरनेट सेवाओं के विस्तार के लिए महत्वपूर्ण होगा। वीएसएटी (VSAT) तकनीक, जो छोटे डिश एंटेना का उपयोग करती है, ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करने में मदद करेगी, जहाँ फाइबर ऑप्टिक केबल बिछाना मुश्किल है। अमेज़ॅन का लक्ष्य उपभोक्ता टर्मिनलों का निर्माण करना है जो किंडल डिवाइस के आकार के हों और जिनकी कीमत $400 से कम हो। कुइपर उपग्रहों में ऑप्टिकल इंटर-सैटेलाइट लिंक (ओआईएसएल) का उपयोग किया जाता है, जो डेटा को स्थलीय फाइबर ऑप्टिक केबलों की तुलना में लगभग 30% तेजी से स्थानांतरित करने में सक्षम है। यह तकनीक उच्च गति और कम विलंबता वाली इंटरनेट सेवाओं को प्रदान करने में मदद करेगी। भारत में, रिलायंस जियो और एयरटेल जैसी दूरसंचार कंपनियां पहले से ही स्टारलिंक के साथ साझेदारी कर रही हैं, जो उपग्रह इंटरनेट के क्षेत्र में बढ़ती रुचि और संभावनाओं को दर्शाता है। कुइपर के आने से भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और उपभोक्ताओं को बेहतर और किफायती इंटरनेट विकल्प मिलेंगे। यह तकनीकी नवाचार भारत के डिजिटल भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

स्रोतों

  • Space.com

  • SpaceX launches 3rd batch of satellites for Amazon's Project Kuiper megaconstellation | Space

  • Project Kuiper Satellite Rocket Launch Progress Updates

  • Amazon teams up with rival Musk's SpaceX to launch Kuiper satellites

  • List of Falcon 9 and Falcon Heavy launches

  • Correction: Amazon's Kuiper satellite project

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