रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने गुजरात के जामनगर में मार्च तक फोटोवोल्टिक (पीवी) मॉड्यूल के लिए अपनी पहली गीगा फैक्ट्री का निर्माण पूरा करने की योजना बनाई है। इसके हरित ऊर्जा परिसर में परीक्षण शुरू हो गए हैं। आरआईएल का लक्ष्य 10 गीगावॉट सौर पीवी फैक्ट्री और 5 गीगावॉट प्रति वर्ष सेल-टू-पैक बैटरी निर्माण सुविधा शुरू करना है। 20 गीगावॉट की सौर ऊर्जा उत्पादन परियोजना हरित हाइड्रोजन उत्पादन को बढ़ावा देगी, जिससे आरआईएल ग्रे हाइड्रोजन से हरित हाइड्रोजन में परिवर्तित हो जाएगी। कंपनी ने पांच गीगा कारखानों के लिए ₹75,000 करोड़ आवंटित किए हैं और इसका लक्ष्य एक दशक के भीतर हरित हाइड्रोजन की लागत को 1 डॉलर प्रति किलोग्राम तक कम करना है। मुकेश अंबानी ने 2030 तक 100 गीगावॉट सौर ऊर्जा उत्पन्न करने और 2035 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन की स्थिति प्राप्त करने की योजना बनाई है। धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स 5,000 एकड़ भूमि पर बनाया जा रहा है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज मार्च तक गुजरात में 10 गीगावॉट सौर पीवी मॉड्यूल गीगा फैक्ट्री का निर्माण पूरा करेगी, हरित हाइड्रोजन उत्पादन पर नजर
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