माइक्रोसॉफ्ट ने MAI-DxO का अनावरण किया है, एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रणाली जिसने जटिल मामलों के निदान में 85.5% सटीकता दिखाई है। यह मानव डॉक्टरों द्वारा हासिल की गई औसत 20% सटीकता से काफी अधिक है।
यह AI प्रणाली OpenAI द्वारा विकसित एक भाषा मॉडल का उपयोग करती है, जिसे ChatGPT में एकीकृत किया गया है। यह लक्षणों का विश्लेषण करती है, परीक्षणों का अनुरोध करती है, और अंतिम निदान पर पहुंचती है, जो एक डॉक्टर की विचार प्रक्रिया की नकल करती है।
MAI-DxO न केवल सटीकता में सुधार करती है बल्कि कम परीक्षणों की आवश्यकता के द्वारा नैदानिक लागत को भी कम करती है। माइक्रोसॉफ्ट इस बात पर जोर देता है कि यह उपकरण डॉक्टरों की सहायता के लिए बनाया गया है, न कि उन्हें बदलने के लिए, उपचारों को निजीकृत करके और निदान को गति देकर। यह भारत जैसे विकासशील देशों में स्वास्थ्य सेवा को सुलभ बनाने में मदद कर सकता है।
MAI-DxO के लिए अगला कदम वास्तविक दुनिया की परिस्थितियों में इसकी क्षमता को सत्यापित करने और किसी भी निर्माता पूर्वाग्रहों को दूर करने के लिए एक बाहरी नैदानिक परीक्षा है। AI में ये प्रगति स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों को महत्वपूर्ण रूप से बदल सकती है, जिससे चिकित्सा निदान में दक्षता और सटीकता में सुधार हो सकता है, जिससे भारत में रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सकेगी।