गूगल का डॉल्फिनगेम्मा एआई बहामास में डॉल्फिन भाषा को डिकोड करेगा
गूगल ने डॉल्फिनगेम्मा पेश किया है, जो एक एआई मॉडल है जिसे डॉल्फिन की आवाज़ों का विश्लेषण करने और संभावित रूप से दोहराने के लिए बनाया गया है। यह पहल जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और वाइल्ड डॉल्फिन प्रोजेक्ट (डब्ल्यूडीपी) के साथ एक सहयोग है। यह परियोजना बहामास में अटलांटिक स्पॉटेड डॉल्फ़िन की जटिल भाषा को समझने पर केंद्रित है।
वाइल्ड डॉल्फिन प्रोजेक्ट के व्यापक पानी के नीचे के शोध ने डॉल्फिन की आवाजों और व्यवहारों का एक पर्याप्त डेटासेट प्रदान किया। डॉल्फिनगेम्मा इस डेटा का उपयोग संचार पैटर्न को समझने और भविष्य कहनेवाला ऑडियो अनुक्रम उत्पन्न करने के लिए करता है। इससे डॉल्फिन संचार को समझने में सफलता मिल सकती है।
मॉडल को CHAT जैसी प्रणालियों में एकीकृत करने की योजना है, जिसका लक्ष्य इंटरैक्शन गति और सटीकता को बढ़ाना है। गूगल इस गर्मी में डॉल्फिनगेम्मा को एक ओपन-सोर्स टूल के रूप में जारी करने का इरादा रखता है। यह दुनिया भर के समुद्री शोधकर्ताओं को डॉल्फिन संचार और व्यवहार के अध्ययन में सहायता करेगा।