निकोलस केज, एक ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने अपनी फिल्मों के माध्यम से युवा पीढ़ी को कई तरह से प्रभावित किया है। उनकी शुरुआती फ़िल्में, जैसे 'वैली गर्ल' (1983), युवाओं के बीच बहुत लोकप्रिय हुईं क्योंकि उन्होंने किशोरों के जीवन और प्रेम को दर्शाया । इन फिल्मों ने युवाओं को अपनी पहचान खोजने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। केज ने कई एक्शन फिल्मों में भी काम किया है, जैसे 'द रॉक' (1996) और 'कॉन एयर' (1997) । इन फिल्मों ने युवाओं को साहस और दृढ़ संकल्प का महत्व सिखाया। केज के किरदार अक्सर मुश्किल परिस्थितियों का सामना करते हैं, लेकिन वे कभी हार नहीं मानते। इससे युवाओं को यह संदेश मिलता है कि वे भी अपनी जिंदगी में आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। निकोलस केज ने 15 साल की उम्र में अपने चाचा, फ्रांसिस फोर्ड कोपोला को स्क्रीन टेस्ट देने के लिए मनाने की कोशिश की, यह युवाओं को अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है । हालांकि, केज की कुछ फिल्मों की युवाओं के बीच आलोचना भी हुई है। कुछ लोगों का मानना है कि उनकी कुछ फिल्में हिंसा और नकारात्मकता को बढ़ावा देती हैं। फिर भी, केज की फिल्मों ने युवाओं को मनोरंजन के साथ-साथ जीवन के बारे में सोचने का भी मौका दिया है। निकोलस केज ने फिल्म में भूमिका पाने के लिए अपने दो दांत तक निकलवा दिए थे, इससे पता चलता है कि वह अपने काम के प्रति कितने समर्पित हैं । उनकी फिल्मों ने युवाओं को यह सिखाया है कि जीवन में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण जरूरी है। इसलिए, निकोलस केज एक ऐसे अभिनेता हैं जिनका युवाओं पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह से प्रभाव पड़ा है।
निकोलस केज: युवाओं पर फिल्मों का प्रभाव
द्वारा संपादित: Anulyazolotko Anulyazolotko
स्रोतों
Diario Río Negro
El Comercio
Time Out México
Spoiler Time
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