बिजनेस ऑफ फैशन की अमेज़ॅन फैशन एंड स्पोर्ट्स के सहयोग से हालिया रिपोर्ट में यूरोपीय ऑनलाइन फैशन उपभोक्ता प्राथमिकताओं में बदलाव का संकेत दिया गया है। सेवा की गुणवत्ता, आकार और फिट सटीकता, खुदरा विक्रेता की विश्वसनीयता और स्पष्ट उत्पाद जानकारी प्रवृत्ति-संचालित खरीदारी या कीमत से अधिक महत्वपूर्ण होती जा रही है। यह भारतीय उपभोक्ताओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण सबक है, जो ऑनलाइन खरीदारी करते समय इन कारकों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
मल्टी-ब्रांड रिटेलर्स प्रमुखता प्राप्त कर रहे हैं, प्रमुख यूरोपीय बाजारों में 39% ऑनलाइन खरीदार नए फैशन प्रस्तावों की खोज के लिए उन पर निर्भर हैं। वैयक्तिकरण, लॉजिस्टिक्स और कई चैनलों पर एक सुसंगत उपस्थिति में निवेश करना ग्राहक विश्वास बनाने और दीर्घकालिक विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। भारतीय खुदरा विक्रेताओं को भी इस रणनीति पर विचार करना चाहिए ताकि वे अपने ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें।
यूरोपीय ऑनलाइन फैशन बाजार के 2025 तक 50% बढ़ने का अनुमान है, जो €175 बिलियन तक पहुंच जाएगा, जो कुल खुदरा क्षेत्र का 33% प्रतिनिधित्व करता है। सीमा पार के बाज़ार इस विस्तार के मुख्य चालक हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियां उद्योग में क्रांति ला रही हैं, व्यक्तिगत सिफारिशें पेश कर रही हैं और ग्राहक अनुभव को अनुकूलित कर रही हैं। भारतीय स्टार्ट-अप और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म इन तकनीकों को अपनाकर अपने व्यवसायों को बढ़ा सकते हैं।