लॉज़ेन, स्विट्जरलैंड में ईपीएफएल परिसर वर्तमान में सौर द्विवार्षिक के भाग के रूप में 'सूर्य वास्तुकला पर चमकता है' प्रदर्शनी की मेजबानी कर रहा है। आर्किज़ूम गैलरी में स्थित यह प्रदर्शनी सौर ऊर्जा के उपयोग के लिए विविध वास्तुशिल्प दृष्टिकोणों को प्रदर्शित करती है। चिचेन इट्ज़ा के पिरामिड जैसी प्रागैतिहासिक धूपघड़ी जैसी संरचनाओं से लेकर आधुनिक फोटोवोल्टिक प्रतिष्ठानों तक, प्रदर्शनी सौर वास्तुकला के विकास की पड़ताल करती है। मुख्य उदाहरणों में क्रिस्टल पैलेस शामिल है, जिसे अधिकतम प्राकृतिक प्रकाश के लिए डिज़ाइन किया गया है, और घूमने वाला विला गिरासोल। 1948 का एक अग्रणी सौर-गर्म घर डोवर सन हाउस भी प्रदर्शित किया गया है। ओडेलो सोलर फर्नेस, रॉल्फ डिश के हेलियोट्रोप और हिर्ज़ेनबैक हाउसिंग एस्टेट के नवीनीकरण जैसी आधुनिक परियोजनाएं वास्तुकला में सौर प्रौद्योगिकी की बढ़ती परिष्कार और एकीकरण का प्रदर्शन करती हैं। प्रदर्शनी नए निर्माणों और नवीनीकरण दोनों में एक आंतरिक तत्व के रूप में सौर ऊर्जा के महत्व पर जोर देती है, जो वैश्विक तापन की चुनौतियों का समाधान करती है।
ईपीएफएल की 'सूर्य वास्तुकला पर चमकता है' प्रदर्शनी भवन डिजाइन में सौर ऊर्जा के एकीकरण पर प्रकाश डालती है
Edited by: Ek Soshnikova
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