सोलर ऑर्बिटर मिशन, जो यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और नासा का एक संयुक्त प्रोजेक्ट है, ने सूर्य के ध्रुवीय क्षेत्रों के अभूतपूर्व अवलोकन प्रदान किए हैं। ये अभूतपूर्व दृश्य, जो 11 फरवरी से 29 अप्रैल, 2025 के बीच कैप्चर किए गए, सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र की संरचना पर एक विस्तृत नज़र डालते हैं।
अंतरिक्ष यान की अद्वितीय कक्षा ने सौर ध्रुवों की स्पष्ट इमेजिंग की अनुमति दी, जो पहले कभी हासिल नहीं की गई थी। पोलारिमेट्रिक और हेलियोसिस्मिक इमेजर (PHI) उपकरण ने सूर्य की सतह पर चुंबकीय क्षेत्र की ताकत दर्ज की। PHI उपकरण का नेतृत्व जर्मनी के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर सोलर सिस्टम रिसर्च (MPS) द्वारा किया जाता है।
डेटा जटिल और गतिशील चुंबकीय गतिविधि का खुलासा करता है। विशेष रूप से दक्षिणी ध्रुव, 'सौर अधिकतम' चरण की एक विशेषता, चुंबकीय ध्रुवता का एक 'गड़बड़' मिश्रण प्रदर्शित करता है। यह वह समय होता है जब सूर्य का चुंबकीय क्षेत्र पलट जाता है, और सूर्य अपनी सबसे सक्रिय अवस्था में होता है। सोलर ऑर्बिटर आने वाले वर्षों में अधिक व्यवस्थित स्थिति में संक्रमण करते समय सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र की निगरानी जारी रखेगा।