13 मई, 2025 को, सूर्य के उत्तरी गोलार्ध से एक महत्वपूर्ण सौर ज्वाला विस्फोट हुआ, जिससे भारी मात्रा में सौर सामग्री अंतरिक्ष में चली गई। विन्सेंट लेडविना द्वारा देखे गए सौर फिलामेंट की लंबाई दस लाख किलोमीटर से अधिक थी।
सौर ज्वाला विवरण और प्रभाव
सूर्य ने विपरीत गोलार्धों से दो शक्तिशाली सौर ज्वालाएँ छोड़ीं। पहली, एक X1.2-श्रेणी की ज्वाला, जिसके कारण अमेरिका में संक्षिप्त शॉर्टवेव रेडियो ब्लैकआउट हुआ। नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी ने इस घटना की तस्वीरें कैद कीं, जो सुबह 11:38 बजे ईटी पर चरम पर थी। एक्स-क्लास की ज्वालाएँ सबसे तीव्र होती हैं, और यह इस वर्ष की सातवीं एक्स-क्लास की ज्वाला थी।
दूसरी ज्वाला, जिसकी रेटिंग M5.3 थी, ने दक्षिण पूर्व एशिया में लंबे समय तक रेडियो ब्लैकआउट को ट्रिगर किया। वैज्ञानिक इसकी प्रक्षेपवक्र और संभावित पृथ्वी-निर्देशित घटक की पुष्टि के लिए इमेजरी का विश्लेषण कर रहे हैं।
संदर्भ और संभावित प्रभाव
X1.2 ज्वाला ने एक कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) का उत्पादन किया, लेकिन इसके पृथ्वी से चूकने की उम्मीद है, संभवतः शुक्र और बुध को छूते हुए। सूर्य से सीएमई के कारण 16 अप्रैल, 2025 को एक पूर्व G3-श्रेणी की भू-चुंबकीय तूफान घड़ी जारी की गई थी। सौर ज्वालाएँ और सीएमई रेडियो संचार, बिजली ग्रिड और नेविगेशन संकेतों को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे अंतरिक्ष यान और अंतरिक्ष यात्रियों के लिए जोखिम पैदा हो सकता है।