हाल के वर्षों में, ब्लैक होल के अध्ययन में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, विशेषकर क्वांटम भौतिकी के संदर्भ में। वैज्ञानिकों ने नए मॉडल विकसित किए हैं जो ब्लैक होल की समझ को चुनौती देते हैं और उनके गुणों को नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करते हैं।
किंग्स कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने एक नया गणितीय मॉडल प्रस्तुत किया है जो सुझाव देता है कि क्वांटम प्रभावों के कारण ब्लैक होल के केंद्र में स्थित सिंगुलैरिटी हमेशा छिपी रहती है। यह मॉडल क्वांटम गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांतों को समझने में सहायक हो सकता है।
इसी तरह, यूनिवर्सिटी ऑफ बार्सिलोना के वैज्ञानिकों ने एक नई गणितीय असमानता की खोज की है, जिसे 'क्वांटम पेनरोज़ असमानता' कहा जाता है। यह असमानता सुझाव देती है कि क्वांटम प्रभावों के कारण ब्लैक होल की सिंगुलैरिटी हमेशा छिपी रहती है, जो ब्रह्मांड के संरचनात्मक गुणों को समझने में मदद कर सकती है।
इन शोधों से यह स्पष्ट होता है कि ब्लैक होल के अध्ययन में क्वांटम भौतिकी की भूमिका महत्वपूर्ण है, और यह क्षेत्र भविष्य में और भी अधिक विकास की संभावना रखता है।