स्पेनिश वैज्ञानिकों ने वाइन कचरे को स्वच्छ ऊर्जा और मूल्यवान रसायनों में बदला
स्पेन के कैडिज़ विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कैस्टिला-ला मंच विश्वविद्यालय के सहयोग से, जैविक कचरे को स्वच्छ ऊर्जा और उपयोगी औद्योगिक यौगिकों में बदलने की एक विधि विकसित की है। इस प्रक्रिया में नवीकरणीय हाइड्रोजन और वाष्पशील फैटी एसिड का उत्पादन करने के लिए सीवेज कीचड़ को वाइन आसवन (विनेसे) से कचरे के साथ मिलाया जाता है।
इस नवाचार में अंधेरे किण्वन से पहले ओजोन के साथ कचरे का पूर्व-उपचार शामिल है। अंधेरा किण्वन एक जैविक प्रक्रिया है जहां बैक्टीरिया प्रकाश या ऑक्सीजन के बिना कार्बनिक पदार्थों को तोड़ते हैं। विनेसे के साथ मिलाने से पहले कीचड़ पर ओजोन लगाने से स्वच्छ हाइड्रोजन उत्पादन में काफी वृद्धि होती है।
कैडिज़ विश्वविद्यालय के शोधकर्ता जोस लुइस गार्सिया के अनुसार, यह ओजोन उपचार बड़े कार्बनिक अणुओं को छोटे, घुलनशील अंशों में तोड़ देता है। यह किण्वन के दौरान जीवाणु क्रिया को सुविधाजनक बनाता है। परिणामी हाइड्रोजन का उपयोग बिजली उत्पादन के लिए ईंधन कोशिकाओं में या गैस नेटवर्क में इंजेक्ट किया जा सकता है।
वाष्पशील फैटी एसिड का उपयोग रासायनिक, कॉस्मेटिक और खाद्य उद्योगों में कच्चे माल के रूप में किया जा सकता है। यह दृष्टिकोण चक्रीय अर्थव्यवस्था सिद्धांतों के साथ संरेखित है, स्थानीय अपशिष्ट धाराओं का मूल्यांकन करता है और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करता है। एक आर्थिक विश्लेषण इस नवाचार की लाभप्रदता को दर्शाता है, जो उपचार और ऊर्जा लागत को कवर करने के बाद एक सकारात्मक आर्थिक मार्जिन दिखाता है।