किशोरों में खराब नींद मस्तिष्क कनेक्टिविटी में कमी और व्यवहार संबंधी समस्याओं से जुड़ी

द्वारा संपादित: Elena HealthEnergy

जॉर्जिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा 9 जून, 2025 को प्रकाशित एक हालिया अध्ययन, किशोरों में नींद के पैटर्न और मस्तिष्क के विकास के बीच एक महत्वपूर्ण संबंध का खुलासा करता है। शोध से पता चलता है कि नींद की मात्रा और गुणवत्ता दोनों ही मस्तिष्क कनेक्टिविटी को सीधे प्रभावित करते हैं, खासकर डिफ़ॉल्ट मोड नेटवर्क (DMN) के भीतर। इस अध्ययन में 2,800 से अधिक किशोर शामिल थे, जिन्होंने नींद के पैटर्न की निगरानी के लिए Fitbit उपकरणों का उपयोग किया। नतीजों से पता चला कि नींद की गुणवत्ता में कमी से DMN में कनेक्टिविटी कम हो गई। यह कम कनेक्टिविटी आवेग और भावनाओं को प्रबंधित करने में कठिनाई जैसी व्यवहार संबंधी समस्याओं से जुड़ी थी, जिससे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। अध्ययन में यह भी उल्लेख किया गया है कि लड़के, बड़ी उम्र के किशोर और अल्पसंख्यक युवा नींद की कमी के प्रभावों के प्रति अधिक संवेदनशील थे। शोधकर्ताओं ने किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक विनियमन में नींद की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उनका सुझाव है कि नींद की आदतों में सुधार से आचरण संबंधी समस्याओं और मनोरोग विकारों को रोकने में मदद मिल सकती है। यह अध्ययन किशोरों के बीच नींद में सुधार के उद्देश्य से हस्तक्षेपों की आवश्यकता पर जोर देता है ताकि उनके मानसिक स्वास्थ्य का समर्थन किया जा सके।

स्रोतों

  • Scienmag: Latest Science and Health News

  • Lack of sleep disrupts key brain functions in adolescents - UGA Today

  • Sleep quality and adolescent default mode network connectivity - PubMed

  • Lack of sleep disrupts key brain functions in adolescents - UGA Today

  • Poor Sleep Affects Teen Brain Networks and Behavior

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