नई कोशिका संरचना की खोज: जेमिफ्यूसोम

द्वारा संपादित: 🐬Maria Sagir

वर्जिनिया विश्वविद्यालय और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के वैज्ञानिकों ने मानव कोशिकाओं के भीतर एक पहले से अज्ञात संरचना की पहचान की है, जिसे जेमिफ्यूसोम कहा जाता है। यह खोज 'नेचर कम्युनिकेशंस' में प्रकाशित हुई थी। जेमिफ्यूसोम कोशिका के अंदर एक 'सॉर्टिंग प्लेटफ़ॉर्म' के रूप में कार्य करता है, जो कोशिकीय सामग्री को व्यवस्थित करने और संसाधित करने में मदद करता है। शोध का नेतृत्व करने वाले डॉ. सेहम इब्राहिम ने कहा कि यह 'कोशिका के अंदर एक नए प्रसंस्करण केंद्र की खोज करने जैसा है, जिसकी उपस्थिति पर हमें संदेह भी नहीं था'। यह खोज जर्मन-पुडलक सिंड्रोम जैसी दुर्लभ आनुवंशिक बीमारियों को समझने के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो एल्बिनिज्म, दृष्टि समस्याओं और रक्तस्राव विकारों का कारण बनती है। शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि जेमिफ्यूसोम के कार्य में व्यवधान विभिन्न संबंधित विकारों में एक कारक हो सकता है। क्रायो-इलेक्ट्रॉन टोमोग्राफी का उपयोग करते हुए, शोधकर्ता कोशिकाओं को 'फ्रीज' करने और नए ऑर्गेनेल की विस्तृत छवियां प्राप्त करने में सक्षम थे। इस विधि ने उन्हें यह देखने की अनुमति दी कि आवश्यकतानुसार जेमिफ्यूसोम कैसे प्रकट होता है और गायब हो जाता है। यह खोज दुर्लभ आनुवंशिक बीमारियों को समझने और उनके इलाज के लिए नए रास्ते खोलती है, जिससे संभावित रूप से अधिक प्रभावी नैदानिक ​​और चिकित्सीय दृष्टिकोण मिल सकते हैं।

स्रोतों

  • Report İnformasiya Agentliyi

  • Газета.Ru

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