गर्भावस्था में प्रीक्लेम्पसिया का पता लगाने के लिए एक नया रक्त परीक्षण विकसित किया गया है, जो स्वास्थ्य और सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यह परीक्षण लक्षणों के प्रकट होने से पहले ही प्रीक्लेम्पसिया का पता लगा सकता है, जिससे गर्भवती महिलाओं और उनके शिशुओं के लिए स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को कम किया जा सकता है। भारत में, जहाँ मातृ मृत्यु दर अभी भी एक चिंता का विषय है, यह परीक्षण समय पर हस्तक्षेप और बेहतर देखभाल प्रदान करने में मदद कर सकता है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) के अनुसार, भारत में मातृ मृत्यु दर 103 प्रति 100,000 जीवित जन्म है। प्रीक्लेम्पसिया, जो गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप और प्रोटीनमेह का कारण बनता है, मातृ मृत्यु दर का एक प्रमुख कारण है। इस नए रक्त परीक्षण के माध्यम से, डॉक्टरों को प्रीक्लेम्पसिया के खतरे को पहले से पहचानने और उचित कदम उठाने में मदद मिलेगी। इसके अतिरिक्त, यह परीक्षण उन महिलाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी हो सकता है जिनके पास प्रीक्लेम्पसिया का पारिवारिक इतिहास है या जो अन्य जोखिम कारकों से ग्रस्त हैं। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि यह परीक्षण भारत के सभी क्षेत्रों में, विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में आसानी से उपलब्ध हो, ताकि सभी गर्भवती महिलाओं को इसका लाभ मिल सके। इसके अलावा, इस परीक्षण के परिणामों के आधार पर उचित चिकित्सा सलाह और उपचार प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य पेशेवरों को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देना आवश्यक है, और यह नया रक्त परीक्षण इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
गर्भावस्था में प्रीक्लेम्पसिया का पता लगाने के लिए नया रक्त परीक्षण: स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी विचार
द्वारा संपादित: 🐬Maria Sagir
स्रोतों
Healio
Simple blood test detects preeclampsia risk months before symptoms appear, new study shows
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