अद्रसन, तुर्की के तट पर, एक प्राचीन जहाज़ का मलबा खोजा गया है, जो लेट हेलेनिस्टिक से लेकर प्रारंभिक रोमन काल (ईसा पूर्व दूसरी शताब्दी से ईस्वी पहली शताब्दी) का है।
यह मलबा 33 से 46 मीटर की गहराई पर पाया गया, जिसमें सैकड़ों अच्छी तरह से संरक्षित मिट्टी की कलाकृतियाँ हैं, जिनमें प्लेटें, ट्रे और कटोरे शामिल हैं। इन वस्तुओं को एक के ऊपर एक रखा गया था और कच्ची मिट्टी से लेपित किया गया था, जिससे इनके मूल रंग और डिज़ाइन सुरक्षित रहे। यह खोज प्राचीन व्यापार और कला कौशल पर प्रकाश डालती है।
संस्कृति और पर्यटन मंत्री मेहमत नूरी एर्सोय ने वैश्विक सांस्कृतिक विरासत के लिए इस खोज के महत्व पर प्रकाश डाला, और प्राचीन उत्पादन और पैकेजिंग में अंतर्दृष्टि पर ध्यान दिया। कलाकृतियों को केमेर में भूमध्यसागरीय подводный पुरातत्व संग्रहालय (Mediterranean Underwater Archaeology Museum) में प्रदर्शनी के लिए संरक्षित किया जा रहा है। यह खोज भारत के प्राचीन व्यापारिक संबंधों और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को समझने में भी मददगार हो सकती है।