जर्नल ऑफ कॉस्मोलॉजी एंड एस्ट्रोपार्टिकल फिजिक्स में प्रकाशित एक नए अध्ययन में 'डार्क ड्वार्फ' नामक खगोलीय वस्तुओं का एक नया वर्ग पेश किया गया है। ये वस्तुएं डार्क मैटर की प्रकृति में अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकती हैं।
सिद्धांत है कि डार्क ड्वार्फ तब बनते हैं जब डार्क मैटर के कण ब्राउन ड्वार्फ द्वारा कैप्चर किए जाते हैं। डार्क मैटर का संचय और विनाश ऊर्जा जारी करेगा, जिससे उन्हें ठंडा होने से रोका जा सकेगा और वे चमकदार वस्तुओं में परिवर्तित हो जाएंगे।
वैज्ञानिकों का प्रस्ताव है कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) इन वस्तुओं का पता लगा सकता है, विशेष रूप से गांगेय केंद्र में। लिथियम-7 की उपस्थिति भी डार्क ड्वार्फ के लिए एक मार्कर के रूप में काम कर सकती है, जो डार्क मैटर का अध्ययन करने का एक नया तरीका प्रदान करती है। जिस तरह हमारे ऋषि-मुनियों ने ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने का प्रयास किया, उसी तरह यह खोज भी हमें ब्रह्मांड को समझने में मदद कर सकती है।