जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप: वॉल्फ-रेएट स्टार WR 140 के आसपास धूल के गोले का स्वास्थ्य और सुरक्षा विश्लेषण

द्वारा संपादित: Uliana S.

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) द्वारा वॉल्फ-रेएट स्टार WR 140 के आसपास कार्बन युक्त धूल के गोले की जटिल संरचनाओं का पता लगाने से खगोल विज्ञान में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। यह खोज न केवल अंतरिक्ष की सुंदरता को दर्शाती है, बल्कि धूल और गैस के इन बादलों के स्वास्थ्य और सुरक्षा निहितार्थों पर भी प्रकाश डालती है । WR 140, जो पृथ्वी से लगभग 5,000 प्रकाश वर्ष दूर हंस तारामंडल में स्थित है, दो तारों का एक युग्म है। इनमें से एक तारा वॉल्फ-रेएट है, जो अपने जीवन के अंत में है और तीव्र गति से गैस और धूल छोड़ रहा है। JWST के मध्य-अवरक्त उपकरणों ने इस प्रणाली के चारों ओर कम से कम 17 संकेंद्रित धूल के गोले की पहचान की है, जो 7.93 वर्षों की कक्षीय अवधि के दौरान बने हैं । ये गोले लगभग 1% प्रकाश की गति से फैल रहे हैं, जो धूल निर्माण की गतिशील प्रकृति को उजागर करते हैं । अंतरिक्ष में धूल के स्वास्थ्य संबंधी खतरे कई हैं। छोटे धूल कण अंतरिक्ष यान और खगोलविदों के उपकरणों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यदि धूल के कण अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा अंदर ले लिए जाते हैं, तो वे श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। हालांकि, WR 140 से निकलने वाली धूल में कार्बनिक यौगिक होते हैं, जो जीवन के निर्माण खंड हो सकते हैं । इससे यह सवाल उठता है कि क्या इस धूल से पृथ्वी जैसे ग्रहों पर जीवन का प्रसार हो सकता है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि ये धूल के गोले 300 वर्षों तक बने रह सकते हैं, जिसका अर्थ है कि वॉल्फ-रेएट तारे अंतरतारकीय माध्यम को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । यह धूल नए तारों और ग्रहों के निर्माण में भी योगदान कर सकती है। हालांकि, धूल के ये बादल विकिरण को भी अवशोषित कर सकते हैं, जिससे खगोलीय पिंडों का अध्ययन करना मुश्किल हो जाता है। भविष्य के शोध में इन धूल कणों की रासायनिक संरचना और जटिल कार्बनिक अणुओं के निर्माण में उनकी भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा । इससे हमें यह समझने में मदद मिलेगी कि ब्रह्मांड में जीवन के लिए आवश्यक तत्व कैसे वितरित होते हैं। इसके अतिरिक्त, JWST द्वारा प्रदान किए गए डेटा का उपयोग धूल के स्वास्थ्य और सुरक्षा निहितार्थों का आकलन करने के लिए किया जाएगा, जिससे भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल विकसित किए जा सकें।

स्रोतों

  • Universe Today

  • NASA Science

क्या आपने कोई गलती या अशुद्धि पाई?

हम जल्द ही आपकी टिप्पणियों पर विचार करेंगे।