खगोलविदों ने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) का उपयोग करके एक अद्वितीय आकाशगंगा विलय की खोज की है, जिसे 'कॉस्मिक उल्लू' नाम दिया गया है। यह दुर्लभ घटना आकाशगंगा के विकास और प्रारंभिक ब्रह्मांड की गतिशीलता में अभूतपूर्व अंतर्दृष्टि प्रदान करती है।
'कॉस्मिक उल्लू' में दो टकराती हुई वलय आकाशगंगाएँ शामिल हैं, जो षष्ठक तारामंडल में 8.8 अरब प्रकाश वर्ष दूर स्थित हैं। 1.14 के रेडशिफ्ट पर देखा गया यह विलय, ब्रह्मांड के किशोरावस्था के दौरान आकाशगंगा संबंधी अंतःक्रियाओं की एक झलक प्रदान करता है। यह खोज सिंघुआ विश्वविद्यालय के डॉ. मिंग्यु ली के नेतृत्व में JWST, ALMA और VLA के डेटा का उपयोग करके की गई थी।
कॉस्मिक उल्लू में प्रत्येक आकाशगंगा का व्यास लगभग 26,000 प्रकाश वर्ष है, जिसके केंद्र में सक्रिय गांगेय नाभिक (AGN) हैं। इस टक्कर ने तीव्र तारे के निर्माण को जन्म दिया है, जो आकाशगंगा के निर्माण और विकास में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। आगे का शोध इस तरह की दुर्लभ आकारिकी के निर्माण को समझने के लिए संख्यात्मक सिमुलेशन पर केंद्रित होगा।