जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) ने WD 1856+534 b को अब तक का सबसे ठंडा एक्सोप्लैनेट होने की पुष्टि की है। यह गैस विशालकाय ग्रह, जो बृहस्पति के द्रव्यमान का लगभग छह गुना है, पृथ्वी से 81 प्रकाश वर्ष दूर स्थित एक श्वेत वामन तारे की परिक्रमा करता है।
JWST के मिड-इन्फ्रारेड इंस्ट्रूमेंट (MIRI) का उपयोग करके किए गए अवलोकनों से पता चला कि एक्सोप्लैनेट का औसत तापमान 186 K (-87°C; -125°F) है। यह इसे अब तक का सबसे ठंडा एक्सोप्लैनेट बनाता है जिसका प्रकाश सीधे देखा गया है।
अप्रैल 2025 में की गई इस खोज से पहला प्रत्यक्ष प्रमाण मिलता है कि ग्रह श्वेत वामन के रहने योग्य क्षेत्रों के पास करीबी कक्षाओं में सहन कर सकते हैं और प्रवास कर सकते हैं। WD 1856+534 b के वायुमंडल का विश्लेषण करने और सिस्टम में अतिरिक्त ग्रहों की खोज के लिए 2025 के लिए आगे के JWST अवलोकन निर्धारित हैं।