नासा के न्यू होराइजन्स अंतरिक्ष यान, जो वर्तमान में पृथ्वी से 8.5 बिलियन किलोमीटर से अधिक दूर है, ने लाइमैन-अल्फा उत्सर्जन का उपयोग करके आकाशगंगा का पहला मानचित्र कैप्चर करके एक अभूतपूर्व मील का पत्थर हासिल किया है। साउथवेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (SwRI) के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन में इस उपलब्धि का विस्तृत विवरण दिया गया है, जो हमारे सौर मंडल के आसपास के गांगेय क्षेत्र पर एक नया दृष्टिकोण प्रदान करता है।
लाइमैन-अल्फा, एक विशिष्ट पराबैंगनी तरंग दैर्ध्य है जो हाइड्रोजन परमाणुओं द्वारा उत्सर्जित और बिखरी जाती है, दूर के तारों और आकाशगंगाओं की संरचना, तापमान और गति को समझने के लिए महत्वपूर्ण है। न्यू होराइजन्स पर लगे एलिस उपकरण का उपयोग करके व्यापक अवलोकन किए गए, जिसमें आकाश के लगभग 83% हिस्से को कवर करने वाले स्कैन शामिल थे।
21 अप्रैल, 2025 को द एस्ट्रोनॉमिकल जर्नल में प्रकाशित निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि लाइमैन-अल्फा आकाश की पृष्ठभूमि की चमक लगभग समान है, जो अपेक्षा से दस गुना अधिक मजबूत है। इससे पता चलता है कि गर्म अंतरतारकीय गैस के बुलबुले, जैसे कि हमारे सौर मंडल को घेरने वाला, हाइड्रोजन गैस उत्सर्जन के उन्नत क्षेत्र हो सकते हैं। शोध में हेलियोस्फीयर के किनारे पर एक परिकल्पित हाइड्रोजन दीवार से कोई महत्वपूर्ण योगदान नहीं मिला। ये नई अंतर्दृष्टि आकाशगंगा के विकास को मॉडल करने और नई ग्रहों की प्रणालियों के निर्माण की ओर ले जाने वाली प्रक्रियाओं की खोज के लिए मूल्यवान उपकरण प्रदान करती हैं।