एरिजोना में किट पीक वेधशाला में स्थित डार्क एनर्जी स्पेक्ट्रोस्कोपिक इंस्ट्रूमेंट (डीईएसआई) ने ब्रह्मांड के विस्तार के इतिहास पर अपने नवीनतम निष्कर्ष जारी किए हैं। तीन वर्षों में, डीईएसआई ने अपने 4-मीटर मेयॉल टेलीस्कोप का उपयोग करके 15 मिलियन आकाशगंगाओं को मापा। इस डेटा ने आज तक के ब्रह्मांड की बड़ी संरचनाओं का सबसे सटीक त्रि-आयामी मानचित्र बनाने में सक्षम बनाया है। विश्लेषण से पता चलता है कि डार्क एनर्जी, जो ब्रह्मांड के त्वरित विस्तार को चलाती है, समय के साथ बदल सकती है, जो सरल ब्रह्माण्ड संबंधी स्थिरांक मॉडल को चुनौती देती है। बेरियन ध्वनिक दोलन (बीएओ) तकनीक का उपयोग करके प्राप्त ये परिणाम, डीईएसआई के एक वर्ष के डेटा से पिछले निष्कर्षों के साथ संरेखित हैं और आज तक ब्रह्माण्ड संबंधी मापदंडों पर सर्वोत्तम बाधाएं प्रदान करते हैं। जब ब्रह्मांडीय माइक्रोवेव पृष्ठभूमि और टाइप Ia सुपरनोवा के डेटा के साथ जोड़ा जाता है, तो डीईएसआई के अवलोकन एक गतिशील डार्क एनर्जी मॉडल के लिए प्राथमिकता को मजबूत करते हैं। ज़्विकी ट्रांजिएंट फैसिलिटी (जेडटीएफ), यूक्लिड सैटेलाइट और वेरा-रुबिन वेधशाला से भविष्य का डेटा डीईएसआई के निष्कर्षों को पूरक करेगा।
डीईएसआई ने डार्क एनर्जी की प्रकृति में नई अंतर्दृष्टि का अनावरण किया
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