इंडोनेशिया के पूर्वी जावा में स्थित माउंट सेमेरू ज्वालामुखी में हाल ही में हुए विस्फोट ने भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह ज्वालामुखी, जो जावा द्वीप का सबसे ऊंचा शिखर है, अपनी सक्रियता के लिए जाना जाता है । 15 जुलाई, 2025 को हुए विस्फोट में राख का गुबार 1,200 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचा, जिससे आसपास के क्षेत्रों में चिंता फैल गई । विशेषज्ञों का मानना है कि इंडोनेशिया, जो 'रिंग ऑफ फायर' पर स्थित है, में भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट का खतरा हमेशा बना रहता है । दिसंबर 2022 में हुए एक विस्फोट में 51 लोगों की जान चली गई थी और हजारों लोग बेघर हो गए थे । ऐसे में, भविष्य में इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए तैयारी करना बहुत जरूरी है। ज्वालामुखी और भूवैज्ञानिक खतरा शमन केंद्र (PVMBG) ने ज्वालामुखी के आसपास के 5 किलोमीटर के दायरे में उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है और लोगों को ढलानों से निकलने वाली नदियों से 500 मीटर दूर रहने की सलाह दी है । माउंट सेमेरू के आसपास रहने वाले समुदायों को ज्वालामुखी विस्फोट के खतरों के बारे में शिक्षित करना महत्वपूर्ण है। उन्हें यह जानना चाहिए कि विस्फोट की स्थिति में कैसे सुरक्षित रहें और कहां शरण लें। सरकार को भी आपदा प्रबंधन की तैयारी में निवेश करना चाहिए, जिसमें प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली और निकासी योजनाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को समझना और उनका समाधान करना आवश्यक है, क्योंकि कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि जलवायु परिवर्तन ज्वालामुखी गतिविधि को बढ़ा सकता है । भविष्य में माउंट सेमेरू जैसे ज्वालामुखी विस्फोटों के प्रभाव को कम करने के लिए सक्रिय दृष्टिकोण अपनाना और तैयारी करना महत्वपूर्ण है।
माउंट सेमेरू ज्वालामुखी विस्फोट: भविष्य की आशंकाएं और तैयारी
द्वारा संपादित: Tetiana Martynovska 17
स्रोतों
Antara News
Mount Semeru Erupts Again, Eruption Reaches 1,200 Meters Above The Peak
Mount Semeru erupts 7 times in a day, spews ash 1 KM high
The Weekly Volcanic Activity Report: July 2–8, 2025
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