वुड्स होल ओशनोग्राफिक इंस्टीट्यूशन (WHOI) मैसाचुसेट्स के तट पर, विशेष रूप से विल्किंसन बेसिन में, ग्रीष्मकालीन 2025 के दौरान ओशन अल्कलाइनिटी एन्हांसमेंट (OAE) का एक फील्ड परीक्षण शुरू करने की तैयारी कर रहा है। LOC-NESS के रूप में जानी जाने वाली यह परियोजना, वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को हटाने के लिए OAE का मूल्यांकन करने का प्रयास करती है।
इस परीक्षण में समुद्र में लगभग 64,350 लीटर सोडियम हाइड्रोक्साइड (कास्टिक सोडा) की रिहाई शामिल होगी। इस कार्रवाई का उद्देश्य अस्थायी रूप से पानी की वायुमंडलीय CO₂ को अवशोषित करने की क्षमता को बढ़ाना है। पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (EPA) ने गहन समीक्षा के बाद आवश्यक परमिटों को मंजूरी दे दी है।
स्थानीय समुदायों, जिनमें मछली पकड़ने वाले समुदाय भी शामिल हैं, ने अपनी चिंता व्यक्त की है। WHOI ने इन चिंताओं को दूर करने के लिए व्यापक पहुंच कार्यक्रम आयोजित किए हैं। इस परीक्षण से प्राप्त निष्कर्ष भविष्य के OAE अनुसंधान और जलवायु परिवर्तन से लड़ने में इसकी क्षमता में योगदान करेंगे। भारत में भी, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए इस तरह के प्रयासों की आवश्यकता है, खासकर हमारे तटीय क्षेत्रों में। यह देखना महत्वपूर्ण है कि यह परीक्षण स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को कैसे प्रभावित करता है।