वैज्ञानिकों ने एक नई खोज में पता लगाया है कि प्राचीन समुद्री सरीसृप टेम्नोडोंटोसॉरस ने अंधेरे या गहरे पानी में चुपके से शिकार करने के लिए विशेष अनुकूलन विकसित किए थे।
इस अध्ययन में एक मीटर लंबी फ्लिपर की संरचना का विश्लेषण किया गया, जिसमें विशेष रूप से संरक्षित नरम ऊतक पाए गए। फ्लिपर के किनारे पर विशेष संरचनाएं पाई गईं, जिन्हें 'कोंड्रोडर्म' नाम दिया गया, जो पानी में शोर को कम करने में मदद करती थीं।
इसके अलावा, टेम्नोडोंटोसॉरस की आँखें किसी भी ज्ञात कशेरुकी की तुलना में सबसे बड़ी थीं, जो यह संकेत देती हैं कि यह सरीसृप कम रोशनी वाले वातावरण में शिकार करता था।
यह खोज प्राचीन समुद्री सरीसृपों की शिकार रणनीतियों और उनके पर्यावरण के अनुकूलन के बारे में नई जानकारी प्रदान करती है।