हेरियट-वाट विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने हाल ही में पश्चिम अफ्रीका में गिनी-बिसाऊ के तट से लगभग 400 किलोमीटर दूर विशालकाय पानी के नीचे कीचड़ तरंगों की खोज की है। कीचड़ और रेत से बनी ये संरचनाएं समुद्र तल से लगभग एक किलोमीटर नीचे स्थित हैं।
भूवैज्ञानिकों डॉ. देबोरा डुआर्टे और डॉ. उइसडीन निकोलसन द्वारा की गई इस खोज से पता चलता है कि अटलांटिक महासागर का निर्माण पहले की तुलना में लाखों साल पहले हुआ था। तलछट तरंगें भूमध्यरेखीय अटलांटिक गेटवे में बनीं, जो दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका के अलग होने पर उभरा एक समुद्री मार्ग था।
शोधकर्ताओं ने मेसोज़ोइक युग से टेक्टोनिक प्रक्रियाओं के पुनर्निर्माण के लिए 1975 के डीप सी ड्रिलिंग प्रोजेक्ट से भूकंपीय डेटा और अच्छी तरह से कोर का उपयोग किया। तलछट तरंगें संकेत करती हैं कि भूमध्यरेखीय अटलांटिक गेटवे का खुलना लगभग 117 मिलियन वर्ष पहले शुरू हुआ था, जो इस सहमति को चुनौती देता है कि यह 113 और 83 मिलियन वर्ष पहले खुला था। गेटवे से निकलने वाले घने, खारे पानी से बनी ये तरंगें, मेसोज़ोइक युग के दौरान वैश्विक जलवायु परिवर्तन में इसकी भूमिका को उजागर करती हैं।