अध्ययन: ग्लोबल वार्मिंग के कारण 1940 से महासागर में गर्मी के दिनों की संख्या तीन गुना हुई
बालेरिक द्वीप समूह विश्वविद्यालय के एक नए अध्ययन से पता चलता है कि 1940 के बाद से महासागर में अत्यधिक गर्मी के दिनों की संख्या तीन गुना हो गई है। इस वृद्धि का कारण ग्लोबल वार्मिंग है। शोधकर्ताओं ने मानव-जनित वार्मिंग के प्रभाव का आकलन करने के लिए एक काउंटरफैक्टुअल मॉडल विकसित किया।
मॉडल से पता चला कि मानव प्रभाव के बिना लगभग आधी अत्यधिक गर्मी की घटनाएं नहीं होतीं। भूमध्य सागर विशेष रूप से संवेदनशील है, इसके पारिस्थितिक तंत्र को महत्वपूर्ण नुकसान हुआ है। समुद्री हीटवेव भी चरम मौसम की घटनाओं में वृद्धि से जुड़ी हैं।
ग्लोबल वार्मिंग ने समुद्री हीटवेव को औसतन 1°C तक तीव्र कर दिया है। मॉडल वैश्विक, स्थानीय और क्षेत्रीय स्तरों पर ग्लोबल वार्मिंग की भूमिका में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। यह खतरों की भविष्यवाणी करने और बदलती जलवायु और पर्यावरण के अनुकूल होने के लिए रणनीतियों को विकसित करने में मदद कर सकता है।