एक नए अध्ययन से पता चला है कि समुद्री गर्मी चरम हवा की घटनाओं को तेज कर रही है, जिससे वैश्विक मौसम के पैटर्न बदल रहे हैं। *द गार्जियन* में प्रकाशित शोध में बताया गया है कि समुद्र का तापमान गर्म होने से हवाएँ तेज होती हैं, जिससे तूफानों की आवृत्ति और तीव्रता दोनों प्रभावित होती हैं। वैज्ञानिकों ने पाया है कि गर्म समुद्रों से निकलने वाली ऊर्जा अधिक शक्तिशाली वायुमंडलीय विक्षोभों को बढ़ावा देती है।
1985 से 2018 तक के आंकड़ों का विश्लेषण करने वाले अध्ययन से पता चलता है कि उत्तरी महासागर के ऊपर चरम हवाओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसमें 30 मीटर प्रति सेकंड तक की वृद्धि हुई है। इन परिवर्तनों से अटलांटिक और हिंद महासागर प्रभावित होते हैं, जिससे बड़ी लहरें और तटीय कटाव बढ़ता है।
मेलबर्न विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का अनुमान है कि 2100 तक, चरम चक्रवात गतिविधि 60% तक बढ़ सकती है, जिससे अधिक गंभीर तटीय क्षति हो सकती है। यह चरम मौसम की घटनाओं के बढ़ते जोखिमों को कम करने के लिए जलवायु परिवर्तन से निपटने की तत्काल आवश्यकता पर जोर देता है।